पृथक राज्य आन्दोलन उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन UTTARAKHAND RAJYA AANDOLAN GK IN HINDI
पृथक राज्य आन्दोलन
1952 में मार्क्सवादी नेता P. C. जोशी ने पहली बार यहाँ के लिए प्रथम राज्य की |
पर्वतीय विकास जन समिति :-
1950 में हिमाचल प्रदेश व उत्ताखंड को मिलाकर एक व्रहद हिमालय राज्य बनाने का उद्देश्य |
पर्वतीय राज्य परिषद् :-
24-25 JUN 1967 – रामनगर, अध्यक्ष – दया कृष्ण पाण्डेय |
पर्वतीय विकास परिषद् :-
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 1969 |
कुमाऊँ राष्ट्रिय मोर्चा :-
30 OCT 1970 – प्रकाश चन्द्र जोशी |
उत्तराँचल परिषद् :-
1970 – नैनीताल |
उत्तराखण्ड युवा परिषद् 1976
उत्तराँचल राज्य परिषद् :-
1979 – त्रिपेन सिंह नेगी |
उत्तराखण्ड क्रांति दल (1987 में विभाजन) :-
24 – 25 JUL 1979 – मसूरी, प्रथम अध्यक्ष डॉ० देविदत्त पन्त |
23 APR 1987 को त्रिपेन सिंह पवार ने संसद पर बम फेका |
उत्तराँचल उत्थान परिषद् :-
30 – 31 MAY 1988 शोबन सिंह जीना |
कौशिक समिति :-
1994 में गठन, 3 मण्डल व गैरसैण राजधानी बनाने का प्रस्ताव |
1 SEP 1994 – खटीमा कांड (काला दिवस)
2 SEP 1994 – मसूरी कांड – हंसा घनाई व बेलमती चौहान शहीद |
2 OCT 1994 – मुज्जफरनगर कांड / रामपुर तिराहा कांड |
10 NOV 1995 – श्रीयंत टापू घटना (श्रीनगर) |
15 AUG 1996 – को प्रधानमंत्री H. D. देवगौड़ा ने उत्तराखण्ड राज्य निर्माण की घोषणा की जार्ज फर्नाडिस कमिटी ने उधम सिंह नगर को उत्तराखण्ड में शामिल करने का सुझाव दिया |
गढ़वाल जाग्रत संस्था – 1939 पौड़ी
उत्ताखण्ड छात्र युवा संघर्ष समिति – 18 SEP 1994