Rudraprayag Ka Itihas { रुद्रप्रयाग}

रुद्रप्रयाग भारत के उत्तरांचल राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में एक शहर तथा नगर पंचायत है। रुद्रप्रयाग अलकनंदा तथा मंदाकिनी नदियों का संगमस्थल है। यहाँ से अलकनंदा देवप्रयाग में जाकर भागीरथी से मिलती है तथा गंगा नदी का निर्माण करती है। प्रसिद्ध धर्मस्थल केदारनाथ धाम रुद्रप्रयाग से 86 किलोमीटर दूर है। भगवान शिव के नाम पर रूद्रप्रयाग का नाम रखा गया है।







रूद्रप्रयाग अलकनंदा और मंदाकिनी नदी पर स्थित है। रूद्रप्रयाग श्रीनगर (गढ़वाल) से 34 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मंदाकिनी और अलखनंदा नदियों का संगम अपने आप में एक अनोखी खूबसूरती है। इन्‍हें देखकर ऐसा लगता है मानो दो बहनें आपस में एक दूसरे को गले लगा रहीं हो। ऐसा माना जाता है कि यहां संगीत उस्‍ताद नारद मुनि ने भगवान शिव की उपासना की थी और नारद जी को आर्शीवाद देने के लिए ही भगवान शिव ने रौद्र रूप में अवतार लिया था। यहां स्थित शिव और जगदम्‍बा मंदिर प्रमुख धार्मिक स्‍थानों में से है।
रुद्रप्रयाग नगर पंचायत का गठन वर्ष 2002 में किया गया था, और 2006 में इसे नगरपालिका का दर्जा प्राप्त हुआ।



रुद्रप्रयाग जिले का निर्माण 16 सितम्बर 1997 में किया गया | इस जनपद का निर्माण चमोली और पौड़ी के कुछ हिस्सों को मिलाकर किया गया था | रुद्रप्रयाग जिले के इतिहास के बारे में प्रामाणिक लिपि शब्द पर केवल 6 वें AD में पाया जाता है। आजादी से पहले यह स्थान टिहरी क्षेत्र के आधीन था | टिहरी का प्रमुख क्षेत्र नागपुर कहलाता है |

रुद्रप्रयाग के बारे में यह माना जाता है कि यहाँ नागवंशी राजा राज्य करते थे | बाद में पंवार वंशी शासको ने अपना शासन स्थापित किया | 1804 में यह क्षेत्र गोरखा व 1815 में अंग्रेजो के आधीन रहा | पुराणों में केदार-खण्ड को भगवान का निवास कहा जाता था | यह वेदों और भारतीय पुराणों, रामायण और महाभारत के तथ्यों से लगता है कि इन हिंदू शास्त्रों को केदार-खण्ड में लिखा गया हैं।



Rudraprayag District was established on 16th September1997. The district was carved out from the following areas of three adjoining districts.

The whole of Augustmuni & Ukhimath block and part of Pokhri & Karnprayag block from Chamoli District.
Part of Jakholi and Kirtinagar block from Tehri District.
Part of Khirsu block from the Pauri District.
latitude: 30° North
longitude:78° degree East
Internationally Known Shri Kedarnath Temple is at North, Madmaheshwar at East, Nagrasu at Southern East and Shrinagar at extreme South. The holy Mandakini originated from Kedarnath is the main river of the district.







कैसे जाएं


हवाई अड्डा


सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जोलीग्रांड (देहरादून) है। जो क‍ि रूद्रप्रयाग से 159 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।




रेलवे मार्ग


सबसे नजदीकी रेलवे स्‍टेशन ऋषिकेश है। ऋषिकेश से रूद्रप्रयाग 152 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।




सड़क मार्ग


कई महत्‍वपूर्ण मार्ग गढ़वाल डिविजन से जुड़े हुए हैं। जहां से रोजाना रूद्रप्रयाग के लिए बसें चलती है। जैसे- देहरादून, ऋषिकेश, कोटद्वार, पौढ़ी, जोशीमठ, गोपेश्‍वर, बद्रीनाथ, केदारनाथ, नैनीताल, अल्‍मोड़ा, दिल्‍ली।



District Magistrate Rudraprayag

Shri. Mangesh Ghildiyal (I.A.S)

Collectorate Compound, Rudraprayag, Uttarakhand.




List of DM’s since 1997 at Rudraprayag District


1. Shri Bhuvneshwar Singh I.A.S 29/09/1997 16/10/1997

2. Smt. Manisha Prasad Panwar I.A.S 17/10/1997 22/03/1998

3. Shri Babu Lal Meena I.A.S 22/03/1998 09/12/1998

4. Shri Dharam Singh I.A.S 10/12/1998 26/10/1999

5. Shri Ramasankar Singh I.A.S 26/10/1999 08/11/2000

6. Shri S.K. Lamba I.A.S 09/11/2000 29/11/2001

7. Shri Navin Chandra Sharma I.A.S 29/11/2001 02/05/2002

8. Shri R. K. Sudhansu I.A.S 03/05/2002 18/01/2004

9. Shri V.K Pathak I.A.S 21/01/2004 04/08/2004

10. Shri Rajeev Chandra I.A.S 04/08/2004 05/03/2005

11. Shri U.D. Chaube I.A.S 06/03/2005 21/05/2007

12. Shri D. Santhilpandiyan I.A.S 21/05/2007 19/11/2007

13. Shri Kurve Sachin Saradchandra I.A.S 20/11/2007 05/11/2008

14. Shri Dilip Jawalkar I.A.S 06/11/2008 15/06/2009

15. Shri Raman Ravinath MVAP I.A.S 23/06/2009 19/10/2010

16. Shri S A Murugesan I.A.S 19/10/2010 26/09/2011

17. Shri Chandresh Kumar Yadav I.A.S 27/09/2011 16/04/2012

18. Dr. Neerj Kharwal I.A.S 17/04/2012 21/05/2013

19. Shri Vijay Kumar Dhaundiyal I.A.S 22/05/2013 20/06/2013

20. Shri Dilip javalkar I.A.S 21/06/2013 14/10/2013

21. Dr. Raghav Langer I.A.S 15/10/2013 05/12/2016

22. Smt. Ranjana I.A.S 07/12/2016 16/05/2017

23. Shri. Mangesh Ghildiyal I.A.S 17/05/2017 Till

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